बनासकांठा जिले की वाव विधानसभा सीट पर आगामी उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। मतदान 13 नवंबर को होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी। कांग्रेस ने विचार-विमर्श के बाद थराद के पूर्व विधायक गुलाब सिंह राजपूत को वाव सीट के लिए अपना उम्मीदवार चुना है। आज शुभ मुहूर्त में उनके नामांकन की प्रक्रिया आरंभ होगी।
कांग्रेस की चयन प्रक्रिया
सोमवार को हुई कांग्रेस की चयन प्रक्रिया में एआईसीसी सचिव सुभाषिनी यादव, पूर्व विधायक बलदेवजी ठाकोर और चंदनजी ठाकोर ने दावेदारों से बातचीत की। इस दौरान कुल 8 प्रत्याशियों ने टिकट के लिए अपनी दावेदारी पेश की, जिसमें अंतिम रूप से गुलाब सिंह राजपूत के नाम पर मुहर लगाई गई।
गुलाब सिंह राजपूत की पृष्ठभूमि
गुलाब सिंह राजपूत की गनीबेन ठाकोर के साथ दोस्ती ने उनके राजनीतिक सफर में अहम भूमिका निभाई है। 2019 में वे थराद विधानसभा सीट के उपचुनाव में विधायक बने, लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में शंकर चौधरी से पराजित हो गए थे। गनीबेन ठाकोर की लोकसभा जीत में भी उनका सहयोग महत्वपूर्ण रहा।
अन्य दावेदारों की दावेदारी
इस उपचुनाव में गुलाब सिंह राजपूत के अलावा ठाकरशी रबारी और के.पी. गढ़वी भी प्रमुख दावेदार थे। ठाकरशी रबारी मालधारी समुदाय के नेता हैं और पिछले एक दशक से जमीनी स्तर पर कार्यरत रहे हैं। उन्होंने भी गनीबेन की जीत में अहम योगदान दिया था।
वाव सीट की राजनीतिक स्थिति
वाव विधानसभा सीट पर ठाकोर और चौधरी समुदाय का विशेष प्रभाव है। इन समुदायों का समर्थन जिस भी पार्टी को मिलता है, उसकी जीत की संभावना बढ़ जाती है। गनीबेन ठाकोर की लोकसभा में जीत के बाद वाव सीट खाली हुई, जिससे उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी।
निष्कर्ष
कांग्रेस ने इस उपचुनाव में वाव सीट को पुनः अपने कब्जे में लेने का लक्ष्य रखा है। गुलाब सिंह राजपूत के नामांकन के साथ ही पार्टी ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब चुनावी तैयारियों में तेजी आएगी और सभी की नजरें 13 नवंबर के मतदान पर रहेंगी।