डोनेट लाइफ द्वारा निर्मित शॉर्ट फिल्म “KAAYA-THE MISSION OF LIFE” को अयोध्या इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2024 में बेस्ट सोशल फिल्म का पुरस्कार प्राप्त हुआ।
डोनेट लाइफ संस्था पिछले 20 वर्षों से समाज में अंगदान के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य कर रही है। 20 साल पहले अधिकांश लोगों को ब्रेन डेड होने और किस अंग का दान किया जा सकता है, इसकी जानकारी नहीं थी। डर, अज्ञानता और धार्मिक मान्यताओं के कारण लोग अंगदान के लिए आगे नहीं आते थे। डोनेट लाइफ संस्था ने लगातार स्कूलों, कॉलेजों, विभिन्न संस्थाओं, विश्वविद्यालयों, श्मशान भूमि जैसे स्थानों पर सेमिनार, ट्रैफिक सिग्नल, स्ट्रीट प्ले, वॉकाथॉन, पतंगोत्सव जैसे कार्यक्रम आयोजित कर अंगदान के महत्व को लोगों तक पहुंचाया है।
संगीत और फिल्म जैसे रचनात्मक माध्यमों का उपयोग करके डोनेट लाइफ संस्था ने समाज के अंतिम वर्ग तक अंगदान का संदेश पहुँचाया है। डोनेट लाइफ द्वारा बनाई गई बेहद संवेदनशील शॉर्ट फिल्म “KAAYA – THE MISSION OF LIFE” सच्ची घटनाओं पर आधारित है, जो मानवीय संवेदनाओं को प्रदर्शित करती है और अंगदान एवं जीवनदान का संदेश फैलाती है।
यह शॉर्ट फिल्म 17 सितंबर 2023 को भारत के प्रसिद्ध नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर उनके जन्म स्थान वड़नगर में माननीय श्री सोमाभाई मोदी, अध्यक्ष, समस्त गुजराती मोढ़ मोदी समाज ट्रस्ट के आशीर्वाद से रिलीज़ की गई थी।
7 से 9 दिसंबर 2024 तक अयोध्या में आयोजित 18वें अयोध्या इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में देश-विदेश की हजारों फिल्मों ने भाग लिया। इनमें डोनेट लाइफ द्वारा बनाई गई सच्ची घटनाओं पर आधारित संवेदनशील शॉर्ट फिल्म “KAAYA – THE MISSION OF LIFE” को “बेस्ट सोशल फिल्म” के रूप में सम्मानित किया गया।
यह उल्लेखनीय है कि इस फिल्म को 2024 में देश भर के विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल्स में तीसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ है। फरवरी में तमिलनाडु में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट सोशल अवेयरनेस फिल्म, मार्च में मुंबई में आयोजित नेशनल फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट सोशल फिल्म, और हाल ही में अयोध्या इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट सोशल फिल्म का पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
“KAAYA – THE MISSION OF LIFE” शॉर्ट फिल्म का उद्देश्य: अंगदान के प्रति जागरूकता फैलाना
डोनेट लाइफ द्वारा “KAAYA – THE MISSION OF LIFE” बनाने का मुख्य उद्देश्य समाज में अंगदान के प्रति जागरूकता फैलाना है। हमारे देश में हर साल लाखों लोग समय पर अंगों की प्राप्ति न होने के कारण मृत्यु का शिकार हो जाते हैं। देश में अधिकांश अंगदान, वरिष्ठ नागरिकों से ही होते हैं, लेकिन छोटे बच्चों को भी अंगों की जरूरत हो सकती है। इस संदेश को इस शॉर्ट फिल्म के माध्यम से दिया गया है।
यह शॉर्ट फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है, जिसमें सितंबर 2017 में सूरत से 14 महीने के बच्चे ने अपने अंगों सहित दिल का दान डोनेट लाइफ संस्था के माध्यम से किया। इस दिल का ट्रांसप्लांट मुंबई में तीन साल की बच्ची में किया गया। यह देश में सबसे छोटे उम्र के बच्चे के दिल दान और सबसे छोटे उम्र की बच्ची में दिल ट्रांसप्लांट की पहली घटना थी। उस बच्ची का ट्रांसप्लांट आज सात साल हो चुका है और वह अपने माता-पिता के साथ स्वस्थ जीवन जी रही है और पढ़ाई कर रही है।
डोनेट लाइफ संस्था अब तक 12,264 अंगों और टिश्यू का दान करा चुकी है, जिससे देश-विदेश के 11,162 व्यक्तियों को नया जीवन और नई दृष्टि मिली है।