हैदराबाद: LV प्रसाद आई इंस्टीट्यूट सभी को खुशी, समृद्धि और सुरक्षा से भरी दिवाली की शुभकामनाएं देता है। यह त्यौहार खुशियों और रोशनी का है, लेकिन इसे सुरक्षित और जिम्मेदारी से मनाना महत्वपूर्ण है।
डॉ. शालिनी सिंह, LVPEI के कल्लम अंजी रेड्डी कैंपस की कंसल्टेंट ऑप्थाल्मोलॉजिस्ट, कहती हैं, “दिवाली हमारे दिलों में विशेष स्थान रखता है। रोशनी, पटाखों और पारिवारिक समारोहों के साथ कुछ एहतियात बरतकर हम इसे सुरक्षित और खुशहाल बना सकते हैं।”
आंख की चोट होने पर क्या करें और क्या न करें
क्या करें
- तुरंत मेडिकल सहायता प्राप्त करें: घायल व्यक्ति को जल्द से जल्द आंख के विशेषज्ञ या आपातकालीन कक्ष में ले जाएं।
- आंख को धीरे से धोएं: यदि आंख में कोई मलबा हो, तो साफ पानी या सलाइन सॉल्यूशन से आंख को हल्के से धोएं।
- आंख को सुरक्षित रखें: आंख को किसी साफ कपड़े या आई शील्ड से ढकें ताकि और नुकसान न हो।
- आंख बंद रखें: आंख को बंद रखने से ज्यादा नुकसान होने से बचा जा सकता है।
- मेडिकल सलाह का पालन करें: प्रारंभिक जांच के बाद डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
क्या न करें
- दबाव न डालें: घायल आंख पर दबाव न डालें, इससे चोट और बढ़ सकती है।
- आंख को न रगड़ें: आंख को रगड़ने से चोट बढ़ सकती है।
- घरेलू उपचार न करें: बिना किसी पेशेवर सलाह के कोई क्रीम या दवा न लगाएं।
- वस्तु को न निकालें: यदि कोई वस्तु आंख में फंसी हो, तो उसे खुद निकालने की कोशिश न करें।
- मदद लेने में देरी न करें: चोट मामूली लगने पर भी जल्द चिकित्सा सहायता प्राप्त करें।
- खुद ड्राइव न करें: घायल व्यक्ति को ड्राइव करने न दें, किसी और से अस्पताल ले जाने की व्यवस्था करें।
- लक्षणों को नजरअंदाज न करें: गंभीर दर्द, दृष्टि में बदलाव या अत्यधिक खून बहने जैसे लक्षण हों तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
पटाखों का उपयोग करते समय सावधानियां
क्या करें
- अधिकृत निर्माताओं से ही पटाखे खरीदें और उन्हें बच्चों की पहुंच से दूर रखें।
- हमेशा बच्चों पर नजर रखें जब वे पटाखों के साथ खेलें।
- पटाखे जलाते समय एक बार में केवल एक व्यक्ति उन्हें जलाए।
- पटाखे जलाने के लिए खुले स्थानों का चुनाव करें।
- पटाखे जलाते समय लंबी मोमबत्ती या फूलझड़ी का उपयोग करें।
- दो बाल्टी पानी पास में रखें और गहरी जलन होने पर व्यक्ति को साफ चादर में लपेटकर अस्पताल ले जाएं।
- पटाखे फोड़ते समय हमेशा सुरक्षात्मक चश्मे का उपयोग करें।
क्या न करें
- हाथ में पटाखा जलाने से बचें।
- जलते समय पटाखों के ऊपर न झुकें।
- बोतल, टिन के डिब्बे या पलटे हुए बर्तन में पटाखे न जलाएं।
- तुरंत नहीं जलने वाले पटाखों के पास धैर्य से प्रतीक्षा करें।
- बची हुई फुलझड़ियों को इकट्ठा कर घर पर पटाखे बनाने की कोशिश न करें।
- पटाखों को मोमबत्तियों, दीयों या अगरबत्तियों से दूर रखें।
- पटाखे जलाते समय सिंथेटिक कपड़े पहनने से बचें, मोटे कपास के कपड़े पहनें।
- ढीले कपड़े पहनने से बचें; टाइट कपड़े पहनें।
- जलने पर क्रीम, मलहम या तेल न लगाएं।
- तेज हवा के दौरान उड़ने वाले पटाखे न जलाएं।
LVPEI आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर
हैदराबाद: 040-68102100 | 68102848 | 7331129653
भुवनेश्वर: 0674 2653005 | 8763022222
विशाखापत्तनम: 7095031666 | 9396712020
विजयवाड़ा: 0866-6712009 | 7095152576
कडपा: 08562350600 | 9515889641
LV प्रसाद आई इंस्टीट्यूट के बारे में
1987 में स्थापित LV प्रसाद आई इंस्टीट्यूट (LVPEI) एक पूर्ण नेत्र स्वास्थ्य सुविधा है जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के अंधत्व रोकथाम केंद्र के रूप में कार्य करता है। LVPEI के पांच-स्तरीय ‘‘आई हेल्थ पिरामिड’’ मॉडल के माध्यम से, आज तक 3 करोड़ 68 लाख सेवाएँ दी जा चुकी हैं, जिनमें से 50% से अधिक सेवाएँ मुफ्त प्रदान की गई हैं। LVPEI को अगस्त 2024 तक 50,000 से अधिक कॉर्निया प्रत्यारोपण करने में सफलता मिली है।