शतरंज में नया इतिहास रचते अर्जुन एरिगैसी, विश्वनाथन आनंद के बाद दूसरे भारतीय बने

अर्जुन एरिगैसी ने शतरंज की दुनिया में भारत का नाम रोशन करते हुए नया मुकाम हासिल किया है। हाल के दिनों में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन ने उन्हें वैश्विक रैंकिंग में ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। 2003 में जन्मे अर्जुन ने विश्व स्तर पर खुद को शीर्ष खिलाड़ियों में शामिल किया है। उनका मौजूदा फॉर्म उनके समर्पण, कौशल और निरंतर सुधार का प्रमाण है।

शतरंज ओलंपियाड में अर्जुन का अहम योगदान

अर्जुन ने हाल ही में शतरंज ओलंपियाड में भारत की जीत में बड़ी भूमिका निभाई। बुडापेस्ट, हंगरी में हुए इस प्रतिष्ठित इवेंट में भारत के लिए खेलते हुए उन्होंने 11 राउंड में नौ जीत और दो ड्रॉ के साथ शानदार प्रदर्शन किया। उनके प्रदर्शन ने टीम को मजबूत किया, और उनकी 2968 की प्रदर्शन रेटिंग टूर्नामेंट की सर्वोच्च रेटिंग में से एक थी। इस उपलब्धि के साथ अर्जुन ने फैबियानो कारुआना को पीछे छोड़ते हुए विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर जगह बनाई।

शतरंज में अर्जुन की अनोखी शैली

अर्जुन की शतरंज शैली ने पिछले कुछ वर्षों में काफी बदलाव देखा है। शुरुआत में स्थितिगत शैली में खेलने वाले अर्जुन ने अपनी तकनीक में कई सुधार किए और अब वह विश्व के शीर्ष खिलाड़ियों में गिने जाते हैं। उन्होंने 2017 में इंटरनेशनल मास्टर और 14 वर्ष की उम्र में ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल किया।

हर प्रारूप में महारथी

अर्जुन ने क्लासिकल शतरंज के साथ रैपिड, ब्लिट्ज और ऑनलाइन टूर्नामेंट में भी सफलता हासिल की। टाटा स्टील इंडिया रैपिड टूर्नामेंट में उनकी जीत और ब्लिट्ज में दूसरा स्थान उनकी बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाता है।

2022: अर्जुन का ब्रेकआउट वर्ष

2022 अर्जुन के करियर का ब्रेकआउट वर्ष रहा, जहां उन्होंने शीर्ष-10 जूनियर खिलाड़ियों में जगह बनाई और सुपर ग्रैंडमास्टर के रूप में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने भारतीय शतरंज चैंपियनशिप जीतने के साथ-साथ जूनियर स्पीड शतरंज चैंपियनशिप का खिताब भी जीता। अर्जुन अब विश्वनाथन आनंद, विदित गुजराती और हरिकृष्णा पेंटाला के बाद चौथे सबसे ऊंचे रैंक वाले भारतीय खिलाड़ी हैं।

अर्जुन एरिगैसी का यह सफर शतरंज में भारत की नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनकर उभरा है।

(फोटो: Social Media)

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