सूरत की स्मीमेर अस्पताल में डोनेट लाइफ संस्था ने कराया एक और अंगदान

आदिवासी भील समाज के ब्रेनडेड विजय हिमराजभाई भाभोर (उम्र 31) के परिवार ने डोनेट लाइफ संस्था के माध्यम से उनके अंगों का दान कर मानवता की मिसाल पेश की। उनके द्वारा दान की गई किडनी, लिवर और आंखों ने पांच लोगों को नया जीवन दिया और समाज को एक नई दिशा दिखाई।

डोनेट लाइफ संस्था ने अब तक विभिन्न अंगदानों के जरिए देश-विदेश में कुल 1,175 से अधिक लोगों को नया जीवन देने में सफलता प्राप्त की है।

सूरत, टेक्सटाइल और डायमंड सिटी के साथ अब “ऑर्गन डोनर सिटी” के रूप में प्रसिद्ध

दाहोद जिले के चंदवाना गांव के निवासी विजय हिमराजभाई भाभोर सूरत के इच्छापुर क्षेत्र में अपने परिवार के साथ रहते थे। विजय एक माली के रूप में काम करते थे। 17 जनवरी को वे अपनी पत्नी शारदा के साथ साइकिल पर घर जा रहे थे, तभी रास्ते में साइकिल और बकरी की टक्कर के कारण वे गिर गए। विजय को सिर पर गंभीर चोटें आईं और उन्हें 108 एंबुलेंस के जरिए न्यू सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। प्रारंभिक इलाज के बाद उन्हें स्मीमेर अस्पताल के सर्जरी विभाग में भर्ती किया गया।

सीटी स्कैन में ब्रेन हेमरेज और मस्तिष्क में रक्त का थक्का जमने की पुष्टि हुई। न्यूरोसर्जन डॉ. दीपेश कक्कड़ ने सर्जरी कर थक्का हटाया, लेकिन 20 जनवरी को डॉक्टरों ने विजय को ब्रेनडेड घोषित कर दिया।

परिवार ने अंगदान के लिए दी सहमति

समीमेर अस्पताल के डॉक्टरों और डोनेट लाइफ की टीम ने विजय के परिवार को अंगदान के महत्व और प्रक्रिया के बारे में विस्तार से समझाया। विजय की पत्नी शारदा और उनके माता-पिता ने सहमति देते हुए कहा, “हम जीवन में कुछ नहीं दे सके, लेकिन हमारे स्वजन के अंगदान से किसी को जीवन मिल सके तो यह हमारे लिए सौभाग्य की बात होगी।”

परिवार की सहमति के बाद SOTTO (स्टेट ऑर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन) से संपर्क किया गया। विजय की किडनी और लिवर को अहमदाबाद के IKDRC अस्पताल भेजा गया, जहां तीन जरूरतमंद मरीजों को प्रत्यारोपण किया गया। उनकी आंखों को स्मीमेर अस्पताल के नेत्र विभाग ने स्वीकार किया।

ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था

अहमदाबाद तक अंगों को समय पर पहुंचाने के लिए सूरत पुलिस ने स्मीमेर अस्पताल से कामरेज तक ग्रीन कॉरिडोर तैयार किया। उल्लेखनीय है कि सूरत पुलिस अब तक 129 ग्रीन कॉरिडोर तैयार कर चुकी है।

डोनेट लाइफ का उल्लेखनीय योगदान

डोनेट लाइफ संस्था के संस्थापक निलेश मांडेलेवाला और स्मीमेर अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. जितेंद्र दर्शन के मार्गदर्शन में यह प्रक्रिया पूरी हुई। स्मीमेर अस्पताल के सर्जरी विभाग, मेडिसिन, एनेस्थीसिया, रेडियोलॉजी, और ब्लड बैंक समेत कई विभागों के डॉक्टरों और स्टाफ का भी इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण योगदान रहा।

डोनेट लाइफ के जरिए अब तक सूरत और दक्षिण गुजरात से 1,281 अंग और टिश्यू दान किए जा चुके हैं, जिससे 1,178 लोगों को नया जीवन और दृष्टि प्रदान की गई है।

सूरत का यह प्रयास मानवता के प्रति समर्पण और अंगदान के महत्व का उत्कृष्ट उदाहरण है।

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