सूरत, 31 दिसंबर 2024 – नए साल की पूर्व संध्या पर सूरत के हजीरा स्थित आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (AMNS) प्लांट में एक भीषण आग ने चार श्रमिकों की जान ले ली। यह दुर्घटना शाम 6:00 बजे के करीब हुई। मृतकों के परिवारों का आरोप है कि कंपनी ने उन्हें घटना की जानकारी देने में देरी की और सुरक्षा मानकों की अनदेखी की।
मृतकों में धवल पटेल, गणेश पटेल, जीजेश पारिख, और संदीप पटेल शामिल हैं। ये सभी कोरेक्स-2 प्लांट में काम कर रहे थे। एक अन्य श्रमिक गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। हादसे के बाद शव इतनी बुरी तरह जल गए कि पहचान करना मुश्किल हो गया। इसके लिए डीएनए परीक्षण की आवश्यकता हो सकती है।
परिवारों का आरोप
मृतकों के परिवारों का कहना है कि आग लगने के कई घंटों बाद उन्हें घटना की जानकारी दी गई। जीजेश पारिख की बहन निकिता पारिख ने कहा, “कंपनी को मृतकों के नाम पहले ही पता थे, तो हमें तुरंत क्यों नहीं बताया गया? हम न्याय की मांग करते हैं।”
हादसे का कारण और पुलिस कार्रवाई
घटना की जांच में पता चला है कि कोरेक्स-2 प्लांट में कच्चे माल की पाइपलाइन में खराबी के कारण विस्फोट हुआ। जब श्रमिक वहां से गुजर रहे थे, तब गर्म सामग्री की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई।
सूरत के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) विजय सिंह गुर्जर ने पुष्टि की कि चार श्रमिकों की मौत हो गई और उनके शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि डीएनए परीक्षण के बाद शव परिवारों को सौंपे जाएंगे।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और घटना के कारणों की जांच जारी है। अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि सुरक्षा उपायों की समीक्षा हो और जरूरत पड़ने पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
इस हादसे ने प्लांट की सुरक्षा प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मृतकों के परिवारों ने घटना की पारदर्शी जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
Photo: Divya Bhaskar