सूरत, गुजरात (Patrakar Mitra): मानवता और सेवा की अनूठी मिसाल पेश करते हुए 66 वर्षीय रामगोपाल तोताराम भारद्वाज के परिवार ने उनके ब्रेनडेड घोषित होने के बाद उनकी किडनी का दान किया। इस नेक कार्य के माध्यम से डोनेट लाइफ संस्था ने एक जरूरतमंद मरीज को नई जिंदगी प्रदान की। यह अंगदान निरमल मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, मजुरागेट में सम्पन्न हुआ।
सूरत शहर, जो अब तक टेक्सटाइल और डायमंड सिटी के रूप में प्रसिद्ध है, अब “ऑर्गन डोनर सिटी” के रूप में देशभर में अपनी पहचान बना रहा है।
🏥 घटना का विवरण
भेस्तान, सूरत निवासी रामगोपाल तोताराम भारद्वाज (उम्र 66 वर्ष), जो सेवानिवृत्त जीवन व्यतीत कर रहे थे, उन्हें 11 अक्टूबर को लकवे का गंभीर अटैक आया। परिवारजन उन्हें तुरंत निरमल मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल लेकर पहुँचे, जहाँ डॉ. माधवी गौड़ा की देखरेख में उनका इलाज शुरू किया गया।
CT स्कैन रिपोर्ट में मस्तिष्क की नसों में ब्लॉकेज पाया गया, जिसके बाद मरीज को आगे की चिकित्सा के लिए निरमल सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, अडाजन में स्थानांतरित किया गया। वहाँ न्यूरोफिजिशियन डॉ. सिद्धेश राजाध्यक्ष, इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट डॉ. परेश पटेल और न्यूरोसर्जन डॉ. निसर्ग परमार की टीम ने उपचार किया।
तमाम प्रयासों के बावजूद 13 अक्टूबर को डॉक्टरों की टीम — डॉ. चेतन मेहता, डॉ. सिद्धेश राजाध्यक्ष, डॉ. निसर्ग परमार और डॉ. हार्दिक पारिख — ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित किया।
💛 परिवार ने बढ़ाया आगे कदम
समाजसेवी गोपाल गोस्वामी द्वारा डोनेट लाइफ संस्था के संस्थापक नीलेश मांडलेवाला को जानकारी दी गई, जिसके बाद संस्था की टीम ने परिवार को अंगदान की प्रक्रिया और उसके महत्व के बारे में विस्तार से बताया।
रामगोपाल भारद्वाज के तीनों पुत्र — नितेश, विकेश और जितेश भारद्वाज — ने कहा कि उनके पिता हमेशा समाजसेवा में आगे रहते थे और जरूरतमंदों की मदद करना उनका जीवन मंत्र था। इसलिए उन्होंने अपने पिता की किडनी और लिवर दान करने का निर्णय लिया।
जांच के बाद यह पाया गया कि एक किडनी ही ट्रांसप्लांट के लिए उपयुक्त है। यह किडनी अहमदाबाद स्थित IKDRC हॉस्पिटल में एक जरूरतमंद मरीज को सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित की गई।
🙏 मानवता का संदेश
इस पूरी प्रक्रिया में डोनेट लाइफ संस्था के संस्थापक एवं अध्यक्ष नीलेश मांडलेवाला के मार्गदर्शन में डॉ. चेतन मेहता, डॉ. हार्दिक पारिख, डॉ. सिद्धार्थ राजाध्यक्ष, डॉ. निसर्ग परमार सहित डोनेट लाइफ टीम के सुभाष जोधाणी, निहीर प्रजापति, विशाल चौहान और भरत त्रिवेदी का विशेष योगदान रहा।
🌿 डोनेट लाइफ का योगदान
अब तक डोनेट लाइफ संस्था द्वारा कुल 1,347 अंग और ऊतक दान करवाए जा चुके हैं, जिनमें शामिल हैं —
547 किडनी, 237 लिवर, 57 हृदय, 52 फेफड़े, 9 पैंक्रियास, 8 हाथ, 1 छोटा आंत, और 436 नेत्रदान
इन दानों से देश और विदेश के 1,242 से अधिक लोगों को नया जीवन और नई दृष्टि प्रदान की गई है।
डोनेट लाइफ संस्था के संस्थापक नीलेश मांडलेवाला ने कहा —
“हर व्यक्ति अपने जीवनकाल में सेवा कर सकता है, पर मृत्यु के बाद भी किसी को जीवन देना सबसे बड़ा धर्म है। भारद्वाज परिवार का यह निर्णय समाज के लिए प्रेरणास्रोत है।”